Album Name | Dass Ramacha Hanumantha Naache |
Artist | Various Artists |
Track Name | Petavi Lanka Hunumant |
Music | Sudhir Phadke |
Label | Saregama |
Release Year | 1950 |
Duration | 07:17 |
Release Date | 1950-12-31 |
Petavi Lanka Hunumant Lyrics
लीलया उडुनी गगनांत
पेटवी लंका हनुमंत
नगाकार घन दिसे मारुती
विजेपरी तें पुच्छ मागुतीं
आग वर्षवी नगरीवरती
गर्जना करी महावात
या शिखराहुन त्या गेहावर
कंदुकसा तो उडे कपीवर
शिरे गवाक्षीं पुच्छ भयंकर
चालला नगर चेतवीत
भडके मंदिर, पेटे गोपुर
द्वार कडाडुन वाजे भेसुर
रडे, ओरडे, तों अंतःपुर
प्रकाशीं बुडे वस्तुजात
जळे धडधडा ओळ घरांची
राख कोसळे आकारांची
चिता भडकली जणूं पुराची
राक्षसी करिती आकांत
कुणी जळाले निजल्या ठायीं
जळत पळत कुणि मार्गी येई
कुणि भीतीनें अवाक होई
ओळखी नुरल्या प्रलयांत
माय लेकरां टाकुन धावे
लोक विसरले नातीं नावें
उभें तेवढें पडें आडवें
अचानक आला कल्पांत
खड्गे ढाली पार वितळल्या
वीरवृत्ति तर सदेह जळल्या
ज्वाळेमाजीं ज्वाळा मिळाल्या
सघनता होय भस्मसात
वारा अग्नी, अग्नी वारा,
नुरे निवारा, नाहीं थारा
जळल्या वेशी, जळे पहारा
नाचतो अनल मूर्तिमंत