Album Name | Anarkali |
Artist | C. Ramchandra |
Track Name | Mujhse Mat Poochh |
Music | C. Ramchandra |
Label | Saregama |
Release Year | 1953 |
Duration | 04:02 |
Release Date | 1953-01-01 |
Mujhse Mat Poochh Lyrics
दिल की लगी है क्या, ये कभी दिल लगा के देख
आँसू बहा के देख, कभी मुस्करा के देख
परवाना जल रहा है, मगर जल रहा है क्यूँ?
परवाना जल रहा है, मगर जल रहा है क्यूँ?
ये राज़ जानना है तो ख़ुद को जला के देख
मुझ से मत पूछ, मेरे इश्क़ में क्या रखा है
मुझ से मत पूछ, मेरे इश्क़ में क्या रखा है
एक शोला है, जो सीने में छुपा रखा है
मुझ से मत पूछ, मेरे इश्क़ में क्या रखा है
मुझ से मत पूछ…
दाग़-ए-दिल, दाग़-ए-जिगर, दाग़-ए-तमन्ना लेकर
दाग़-ए-दिल, दाग़-ए-जिगर, दाग़-ए-तमन्ना लेकर
मैंने वीरान बहारों को सजा रखा हैं
मैंने वीरान बहारों को सजा रखा हैं
मुझ से मत पूछ, मेरे इश्क़ में क्या रखा है
मुझ से मत पूछ…
है ज़माना जिसे बेताब मिटाने के लिए
है ज़माना जिसे बेताब मिटाने के लिए
मैंने उस याद को सीने से लगा रखा है
मैंने उस याद को सीने से लगा रखा है
मुझ से मत पूछ, मेरे इश्क़ में क्या रखा है
मुझ से मत पूछ…
देखने वाले…
देखने वाले, मुझे दर्द-ए-मोहब्बत की क़सम
देखने वाले, मुझे दर्द-ए-मोहब्बत की क़सम
मैंने इस दर्द में दुनिया को भुला रख है
मैंने इस दर्द में दुनिया को भुला रख है
मुझ से मत पूछ, मेरे इश्क़ में क्या रखा है
मुझ से मत पूछ…