Album Name | Salil Chowdhury – All Time Greats Vol 1 |
Artist | Salil Chowdhury |
Track Name | Aaj Koi Nahin Apna |
Music | Salil Chowdhury |
Label | Saregama |
Release Year | 1955 |
Duration | 05:28 |
Release Date | 1955-12-31 |
Aaj Koi Nahin Apna Lyrics
आज कोई नहीं अपना
किसे ग़म ये सुनाए?
तड़प-तड़प कर, यूँ ही घुट-घुट कर
दिल करता है मर जाए
आज कोई नहीं अपना
किसे ग़म ये सुनाए?
तड़प-तड़प कर, यूँ ही घुट-घुट कर
दिल करता है मर जाए
आज कोई नहीं अपना
किसे ग़म ये सुनाए?
सुलग-सुलग कर दिन पिघले, दिन पिघले
आँसुओं में भीगी-भीगी रात ढले
सुलग-सुलग कर दिन पिघले, दिन पिघले
आँसुओं में भीगी-भीगी रात ढले
हर पल बिखरी तनहाई में
यादों की शमा मेरे दिल में जले
तुम ही बतला दो हमें
हम क्या जतन करे?
ये शमा कैसे बुझाए?
आज कोई नहीं अपना
किसे ग़म ये सुनाए?
ना हमसफ़र कोई, ना कारवाँ, ना कारवाँ
ढूँढें कहाँ तेरे क़दमों के निशाँ?
ना हमसफ़र कोई, ना कारवाँ, ना कारवाँ
ढूँढें कहाँ तेरे क़दमों के निशाँ?
जब से छूटा साथ हमारा
बन गईं साँसें बोझ यहाँ
बिछड़ गए जो तुम
किस लिए माँगें हम
फिर जीने की दुआएँ?
आज कोई नहीं अपना
किसे ग़म ये सुनाए?
तड़प-तड़प कर, यूँ ही घुट-घुट कर
दिल करता है मर जाए
आज कोई नहीं अपना
किसे ग़म ये सुनाए?